गुरुवार, 21 जनवरी 2010

भारत में लिनक्स का प्रयोग कितना और कहाँ है:

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भारत लिनक्स के वैश्विक आक्रमण की मुख्य रणभूमि बनने की ओर अग्रसर है| करीब दो वर्ष पहले नई दिल्ली ने कहा था कि भारत में कंप्यूटर साक्षरता को सुधारने के लिए स्कूलों में ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर अपनाने की आवश्यकता है| अभी तक २८ प्रदेशों मे से १८ प्रदेश या तो लिनक्स का प्रयोग कर रहे हैं और या फिर विभिन्न सरकारी विभागों और स्कूलों में इसे प्रयोग किए जाने की प्रायोगिक परियोजनाएँ शुरू हो चुकीं हैं|

ज़्यादातर प्रदेशों के शिक्षा मंत्रालय, दिल्ली में संघीय रक्षा मंत्रालय, परिवहन और स्वास्थ्य मंत्रालय आदि सभी लिनक्स को सर्वर कंप्यूटर पर प्रयोग कर रहे हैं| आठ प्रदेशो की सरकारों ने अपने राज्य कोष के सभी ऑपरेशन्स लिनक्स पर डाल रखे हैं| जबकि पश्चिमी प्रदेश महाराष्ट्र, इसका प्रयोग हेल्थ-केयर प्रणाली को सुधारने के लिए कर रहा है|

इसलिए अब यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि भारत में लिनक्स कभी भी डेस्कटॉप कंप्यूटर्स से विंडोज़ को हटा सकता है| अभी तक ज़्यादातर कार्य इसके सर्वर सॉफ़्टवेयर पर हुआ है| डेस्कटॉप एस मार्केट में केवल प्रतिशत भारतीय पी सी ही लिनक्स का प्रयोग कर रहे हैं| लेकिन यह मौजूदा मार्केट भी यू एस की तीन गुना है|

इस दशक के अंत तक भारत दुनिया का पहला देश हो जाएगा जहाँ लिनक्स को कई सेक्टर्स में व्रहद यूज़र बेस मे प्रयोग किया जा रहा होगा| रिसर्चर आई डी सी के अनुसार २०१० में लिनक्स मार्केट २१ प्रतिशत की दर से बढ़ेगी और करीब २० मिलियन डॉलर तक पहुँच जाएगी| फिर भी माइक्रोसॉफ्ट के मार्केट की तुलना में यह अमाउंट बहुत ही मामूली है क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ़्टवेयर्स की भारत में बिक्री करीब २०० मिलियन डालर है| इसी बात से यह भी पता चलता है कि भारतीय मार्केट में लिनक्स की growth की संभावनाएँ अपार हैं|

सरकारी सोच में परिवर्तन ने भी लिनक्स बाज़ार में ज़्यादा बिज़नेस प्रेरित किया है| इसका एक उदाहरण लाइफ इंडिया कॉर्पोरेशन है जिसने अपने सर्वर्स को लिनक्स पर स्विच कर के फ्री सॉफ़्टवेयर्स के प्रयोग से क़रीब मिलियन डालर की बचत की| आज LIC के क़रीब एक लाख कंप्यूटर्स लिनक्स पर कार्य कर रहे हैं और आने वाले दिनों मे इस संख्या मे और बढ़ोत्तरी की उम्मीद है|

सर्विस की समस्या: लिनक्स के फैलाव में सर्विस सपोर्ट एक गंभीर समस्या है| चूँकि लिनक्स को फ्री डिसट्रिब्यूट किया जाता है इसलिए यह स्पष्ट नहीं हो पता है की सर्विस के लिए किसे बुलाया जाय| आज केवल रेड हैट और आई बी एम ही फ्री सपोर्ट दे रही हैं लेकिन इन्हे भारत में ट्रेंड लिनक्स इंजिनीयर्स नहीं मिल पा रहे हैं|





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